7 जुलाई को आवेदक दिव्यम बिष्ठ द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिसमें उनके द्वारा बताया गया गया था कि उनके द्वारा 7 जुलाई को अपने मित्र को रू0 19,50,000/- की धनराशि NEFT/ RTGS के माध्यम से ट्रांसफर किये गये थे जो गलतीवश किसी अन्य अज्ञात व्यक्ति के खाते में चले गये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी यशवन्त सिंह चौहान द्वारा वर्तमान समय में बढ़ते साईबर अपराधों के दृष्टिगत जनपद में गठित साईबर सेल को साइबर अपराधों से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन कोटद्वार विभव सैनी के पर्यवेक्षण में साईबर क्राईम सेल टीम पौड़ी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आवेदक उपरोक्त के खाते से कटी धनराशी का लेन-देन विवरण प्राप्त किया गया। उक्त धनराशि प्रतिपक्षी के बैंक ऑफ इण्डिया रांची झारखण्ड के खाते में जमा हुयी थी जो प्रतिपक्षी द्वारा बैंक ऑफ इण्डिया के खाते से HDFC रांची झारखण्ड में ट्रांन्सफर की गयी थी। उपरोक्त सम्बन्ध में उक्त दोनों बैंकों के नोडल अधिकारी से पत्राचार कर उक्त धनराशि को होल्ड कराने व आवेदक के खाते में वापस कराने हेतु पत्राचार किया गया। HDFC रांची झारखण्ड बैंक द्वारा आवेदक उपरोक्त की रू0 19,50,000/- (उन्नीस लाख पचास हजार रुपये) की सम्पूर्ण धनराशी को आवेदक के खाते में वापस करायी गयी जो कि आवेदक के खाते में वापस प्राप्त हो चुके है।
सिद्धांत उनियाल
संपादक