जल जीवन मिशन के तहत जनपदभर में चल रहे कार्यो की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी डॉ० विजय कुमार जोगदंडे ने कलेक्ट्रेट सभागार में जल संस्थान, जल निगम व स्वजल के कार्यों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने सभी रेखीय विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि डीपीआर तैयार कर टेंडर प्रक्रिया समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। कहा कि जिनका दो बार टेंडर हुआ है उसकी रिपोर्ट 16 अगस्त तक प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने कहा कि जिनकी डीपीआर तैयार है उनका एक सप्ताह के भीतर टेंडर करें। उन्होंने धीमी प्रगति पर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि कार्यों में तेजी लाएं। कहा कि जिन कार्यों की सर्वे करनी उसका सर्वे तत्काल करें। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि टेंडर प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। कहा कि 2024 तक समस्त कार्यों को पूर्ण करना का लक्ष्य रखा है, जिससे लक्ष्य को हांसिल करने के लिए समय पर कार्य पूर्ण करें। बैठक में जिलाधिकारी ने जल निगम पौड़ी की छड़ी प्यार को सैद्धांतिक स्वीकृति दी।
गुरुवार को आयोजित जे०जे०एम० की बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत जनपद में 2723 डीपीआर तैयार किये जाने के लक्ष्य के सापेक्ष 2533 डीपीआर तैयार कर ली गई है जबकि 190 डीपीआर बनाया जाना शेष है। तैयार डीपीआर में से 2276 डीपीआर सेंशन हो चुकी है । सेंशन डीपीआर में से 2018 कार्यो के टेंडर स्वीकृत किये गए है। स्वीकृत कार्यो में 1588 कार्य पूरे कर लिए गए है। 339 पर कार्य जारी है जबकि 91 पर अभी कार्य शुरू नही हो पाया है। पांच करोड़ से अधिक की 18 डीपीआर में से 16 डीपीआर के टेंडर जारी होने के उपरांत 11 पर कार्य प्रगति पर है जबकि 05 योजनाओ पर कार्यारम्भ नहीं हो पाया है। वहीं दो से पांच करोड़ की कुल 39 कार्यो की डीपीआर तैयार की जानी थी जिसमे से 33 डीपीआर तैयार की जा चुकी है जबकि 06 डीपीआर तैयार की जानी शेष है। तैयार डीपीआर में से 12 डीपीआर सेंशन की जा चुकी है। सेंशन डीपीआर में से केवल जल संस्थान पौड़ी के 8 डीपीआर/कार्यो टेंडर आमंत्रित किये गए है। एफएचटीसी की प्रगति को लेकर बताया गया कि 18644 के लक्ष्य के सापेक्ष अबतक 1164 एफएचटीसी का लक्ष्य प्राप्त किया गया है जिसमे से 729 जल निगम व 435 एफएचटीसी जल संस्थान के शामिल है।
सिद्धांत उनियाल
संपादक