उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार के तत्वावधान में बिग्रेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय भुवनेश्वरी सिद्धपीठ सितोनस्यूं में चल रहे द्विमासीय पोरोहित्य शिविर का समापन हो गया। इस दौरान छात्रों को विभिन्न ज्योतिष, वास्तु व पौरोहित्य आदि की जानकारी दी गई। मंगलवार को बिग्रेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय भुवनेश्वरी सिद्धपीठ सितोनस्यूं में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार के तत्वावधान में भारतीय प्राच्य विद्याओं के प्रचार-प्रसार के चल रहे रहे द्विमासीय पौरोहित्य शिविर के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक बृजमोहन ने इस शिविर को सराहनीय बताया। कहा कि संस्कृत भाषा के संवर्द्धन, संरक्षण व संस्कार युक्त वातावरण के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए। प्रधानाचार्य अनसूया प्रसाद सुंद्रियाल व संयोजक नवीन जुयाल ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों से संस्कृत छात्रों व शिक्षिकों को बड़ा लाभ होता है जोकि उनके जीविकोपार्जन में भी काफी लाभकारी सिद्ध होगा।

