जनपद की पौड़ी पुलिस टीम द्वारा स्कूली छात्राओं में आत्मविश्वास एवं सुरक्षा की भावना जाग्रत करने हेतु दिया गया आत्मरक्षा का प्रशिक्षण की जानकारी, महिला सुरक्षा एवं साइबर अपराधों की दी गयी महत्वपूर्ण जानकारियां। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे के निर्देशन में एक साझू प्रयास पुलिस वाला गुरुजी का साथ यानि “आपका और पुलिस का सामूहिक प्रयास” की थीम पर थाना लक्ष्मणझूला/पैठाणी पुलिस टीम द्वारा राजकीय इण्टर कॉलेज लक्ष्मणझूला/ प्राथमिक विद्यालय कठोला/सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर चाकीसैण की छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण के बारे में तथा मानव तस्करी नशाखोरी साइबरक्राइम यातायात /बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन हेतु जागरूक किया गया। पौड़ी पुलिस महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के भीतर छुपी उस घबराहट को बाहर निकालकर उनके अन्दर आत्मविश्वास व आत्मरक्षा की भावना को विकसित करना है। जिससे वह अपने अन्दर कुछ भी कर सकने की भावना उत्पन्न करते हुए किसी भी परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हो। जागरुकता कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं को महिला हेल्पलाइन, गौरा शक्ति एप, उत्तराखण्ड पुलिस एप, महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों, गुड टच, बैड टच, मानव तस्करी, ड्रॉप बॉक्स में सुझाव या शिकायत के सम्बन्ध में व आपातकालीन नम्बर डायल-112, साइबर हेल्प लाइन नम्बर-1930 बारे में जानकारी दी गयी एवं अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना तत्काल अपने परिजनों और पुलिस को देने हेतु प्रेरित किया गया। स्कूली छात्राओं को महिला सम्बन्धी होने वाले साइबर अपराध एवं उनसे बचाव के तरीके, सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों, नशे की बढ़ती प्रवृत्ति एवं दुष्प्रभाव, सोशल साइट की जानकारी एवं सोशल मीडिया पर बरती जाने वाली सावधानियों, साइबर क्राइम आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त महिला आरक्षी प्रियंका द्वारा स्कूली बच्चों को आत्मविश्वास एवं सुरक्षा की भावना जागृत करने हेतु पंच बांधना, शरीर की कमजोर कड़ी पर वार करना, किसी की पकड़ से खुद को छुड़ाने के साथ पैरों से वार करना आदि की तकनीक बतायी गयी। जनपद पौड़ी गढ़वाल पुलिस के स्तर से इस प्रकार के महत्तवपूर्ण जागरुकता कार्यक्रम निरन्तर चलाये जाते रहेंगे।
सिद्धांत उनियाल
संपादक