वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने कोतवाली कोटद्वार क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों एवं पत्रकार बन्धुओं के साथ गोष्ठी आयोजित कर गोष्ठी में उपस्थित सभी का परिचय एवं कानून व्यवस्था से सम्बन्धित सुझाव प्राप्त कर निम्न बिन्दुओं पर ध्यान आकर्षित किया गया। गोष्ठी में उपस्थित स्थानीय/गणमान्य व्यक्तियों द्वारा कोटद्वार क्षेत्र में यातायात व्यवस्था, नशे का व्यापार करने वाले नशा तस्करों, जुआ खेलने वालों, नेशनल हाईवे पर आने वाली पार्किंग की समस्याओं एवं अवैध शराब की बिक्री, अन्य नशा तस्करों, जुआ खेलने वालों के सम्बन्ध में सुझाव दिये गये। उपरोक्त समस्याओं एवं सुझावों के निराकरण हेतु उपस्थित सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को सख्त कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। कोटद्वार क्षेत्र के लाल बत्ती चौक, गोखले मार्ग, झण्ड़ा चौक, नजीबाबाद चौक आदि में जाम की स्थिति से निदान पाने के लिये सुचारु यातायात व्यवस्था हेतु सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बातचीत करके ट्रैफिक प्लान तैयार करने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। कोटद्वार में अतिक्रमण की प्रमुख समस्या को लेकर अन्य विभाग के सहयोग से इस पर भी कार्यवाही करने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। जनपद का कोटद्वार क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सीमा बिजनौर से लगे होने के कारण बाहरी प्रदेश के लोगों का यहां आना-जाना रहता है। जिनका पुलिस वैरिफिकेशन कराया जाना अति आवश्यक है। जिससे आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। कोटद्वार क्षेत्र में निवासरत पुलिस पेंशनरों की समस्याओं के निदान हेतु प्रत्येक माह थाने पर मीटिंग करने एवं पेंशनरों द्वारा बतायी गयी समस्याओं के निदान हेतु सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। गोष्ठी में उपस्थित सभी स्थानीय /गणमान्य व्यक्तियों को उत्तराखण्ड़ पुलिस एप्प के माध्यम से भी किरायेदारों का सत्यापन कर पुलिस का सहयोग करने का आग्रह किया गया। वर्तमान में किरायेदारों के सत्यापन के सम्बन्ध में अभियान चलाकर पूरे जनपद के थाना क्षेत्रों में सत्यापन की कार्यवाही की जा रही है। अभियान के तहत अब तक 68 किरायेदार, 157 मजदूर, 36 रेड़ी/ठेली वालो की सत्यापन की कार्यवाही की जा चुकी है। सत्यापन न करने वाले 22 मकान मलिकों के विरुद्ध उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम की धारा- 81/83 के तहत चालान कर रु0 5,500/- जुर्माना वसूला गया व 02 व्यक्तियों का चालान माननीय न्यायालय को प्रेषित किया गया। साथ ही पुलिस कार्मिकों का अनुशासन/टर्नआउट उच्च कोटि का बनाऐ रखने के साथ-साथ जनता से अच्छा व्यवहार कर उनकी शिकायतों पर नियमानुसार कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। थाने पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित पुलिस अधिकारिंयों को कड़े निर्देश दिये गये।
सिद्धांत उनियाल
संपादक