देहरादून। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से आयोजित छात्र विश्वकर्मा अवार्ड (सीवीए) में दूसरा स्थान प्राप्त कर गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि एआईसीटीआई की ओर से छात्र विश्वकर्मा अवार्ड-2020 के तहत प्रोजेक्ट मांगे गए थे। इस बार अवार्ड की थीम कोविड के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आत्मनिर्भर भारत के लिए रिवर्स पलायन एवं पुर्नस्थापना योजना रखी गई थी। इसमें 968 आवेदन आए। इसमें 85 का सीवीए-2020 के राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए हुआ। इसमें एक नाम जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान का भी था। प्रतियोगिता को 8 श्रेणी में विभाजित किया गया। जीबी पंत संस्थान से सहायक प्रो. डॉ. मनोज पाठक के निर्देशन में मैकेनिकल इंजीनियरिंग (2017-21 बैच) के छात्र अंकुर सिंह, आशीष अग्रवाल, आयुष सिंह और पीयूष यादव नेे प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। संस्थान की टीम ने कृषि उत्पाद एवं हस्तशिल्प को उपयोगी बनाने की श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। टीम के सदस्य आशीष अग्रवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में उन्होंने जंगल और खेतों के निष्प्रयोज्य उत्पादों से तारकोल एवं तेल निकालने का मॉडल प्रस्तुत किया। आमतौर पर तारकोल एवं तेल निकालने की प्रक्रिया काफी महंगी होती है। उन्होंने दोनों उत्पाद एक ही भट्टी से निकालने का प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया जो पारंपरिक तरीकों से सस्ता पड़ता है।
सिद्धांत उनियाल
संपादक