– बालात्कार पीड़िता न्याय की गुहार को लेकर दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। चार माह बीत जाने के बावजूद बलात्कार पीड़ित न्याय ना मिलने के कारण उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर है आरोप है कि पुलिस द्वारा इस पूरे मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है जिसको देखते हुए पीड़िता ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार के कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठी हुई थी। लेकिन कोटद्वार पुलिस ने मेडिकल कराने के नाम पर अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी पीड़िता को जबरदस्ती पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करवा दिया पीड़िता ने आरोप लगाया पुलिस द्वारा उनके साथ मारपीट की गई है
बताते चलें पीड़िता ने 7/6/2021 को कोटद्वार निवासी विनोद सिंघल निवासी लकड़ी पड़ाव जो एक मेडिकल की दुकान चलाता है पीड़िता आरोप लगाया था। कि उसने मेरे साथ नशा खिलाकर दुष्कृत्य किया गया है । पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पर मुकदमा दर्ज भी कर दिया और इस मामले की जांच के लिए जांच अधिकारी भी नियुक्त कर दिया जांच अधिकारी ने विवेचना कर फाइनल रिपोर्ट भी दे दी पुलिस द्वारा अभी तक अभियुक्त के साथ नरमी बरती जा रही है परिवार का आरोप है। आरोपी रसूख वाला है,। पुलिस ऐसे अभियुक्त को,बचाने का काम कर रही है,
अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने बताया पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कराया गया था इस मामले की जांच अधिकारी द्वारा विवेचना करने के बाद फाइनल रिपोर्ट दी गई । अब एतराज पूर्ति के लिए यह फाइल हमारे पास वापस आई है। मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जैसे ही फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट आएगी उस रिपोर्ट को फाइल के साथ माननीय न्यायालय में जमा कर दिया जाएगा अगर पीड़िता पुलिस द्वारा पहले की गई विवेचना संतुष्ट नहीं है। कानून दोबारा जांच का अधिकार देता है। पीड़िता प्रार्थना पत्र लिखकर दोबारा जांच करवा सकती है। जिन मांगो को लेकर पीड़िता भूख हड़ताल पर बैठी है वह जायज नहीं है वह पुलिस के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
देखना होगा बैनर में लिखें 9 प्रश्न जो पीड़िता ने पुलिस प्रशासन से पूछे हैं क्या उनका जवाब मिल पाएगा ।यह बड़ा सवाल है