– विधायक रितु खंडूरी की विधानसभा से फिर उठी सड़क निर्माण की मांग। सड़क नहीं तो वोट नहीं।
सरकार द्वारा रोज करोड़ों की घोषणाओं और शिलान्यासओं की खबरें रोज छपती भी हैऔर दिखती भी हैं । बड़े-बड़े मंचों से जनप्रतिनिधि अपनी पीठ थपथपाते भी नजर आ जाते हैं। इन सब तस्वीरों से जुदा यह तस्वीर भी है जब ग्रामीणों को एक अदद सड़क के निर्माण के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है और मजबूरी में कहना पड़ रहा है सड़क नहीं तो वोट नहीं
कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत ग्राम सभा आमसौड़ ग्राम झवांणा झंडीडांडा सिद्धपुर के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर तहसील कोटद्वार में सरकार और वर्तमान विधायक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया और उप जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी गांव के लोग सड़क से वंचित हैं ग्रामीणों को घने वन क्षेत्र और उबड़ खाबड़ पगडंडियों से होकर रोजमर्रा के कार्यों के लिए अपने निकटतम बाजार कोटद्वार और दुगड्डा जाना पड़ता है ऐसे में किसी भी आपात स्थिति में हम ग्राम वासियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है उत्तराखंड बनने से आज तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भाजपा के विधायक ही कर रहे हैं उनके द्वारा हमेशा हमारे गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने का आश्वासन दिया जाता है परंतु वह सरासर झूठ साबित हो रहा है लगातार जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा के कारण आज गांव खाली हो रहे हैं हमारी मांगों की अनदेखी की जा रही है अगर हमारी मांगों को न माना गया तो हम आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को अपने गांव में नहीं आने देंगे
Deepak Naudial
Editor