कोटद्वार उत्तर प्रदेश राज्य का सीमावर्ती शहर है, जिस कारण उत्तर प्रदेश के बिजनौर, नजीबाबाद, नगीना आदि शहरों तथा कोटद्वार के स्थानीय एवं दूर दराज के क्षेत्रों के लोग खरीददारी करने एवं अपने निजी कार्यों से बड़ी संख्या में कोटद्वार आते हैं। बाहर से कोटद्वार आने वाले लोगों द्वारा अपने वाहनों को पार्किग में पार्क न कर सड़कों पर बेतरतीब से लगाये जाते हैं| इसी प्रकार कतिपय स्थानीय व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानों का सामान बाहर सड़कों पर लगाकर अतिक्रमण किया जाता है, जिस कारण आमजन को जाम एवं आवागमन की समस्या से गुजरना पड़ता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी गढ़वाल श्वेता चौबे द्वारा कोटद्वार शहर में आवागमन एवं यातायात को सुगम बनाने, बाजारों को अतिक्रमण मुक्त करने व सड़कों पर खड़े अव्यवस्थित वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही पार्क किये जाने के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी कोटद्वार को विशेष अभियान चलाकर अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में पुलिस टीम द्वारा कोटद्वार शहर में सघन अभियान चलाकर अब तक अतिक्रमण करने वाले 32 दुकानदारों के विरूद्ध नियमनुसार चालानी कार्यवाही कर रु. 8250/- का संयोजन शुल्क राजकीय कोष में जमा किया गया| कोटद्वार के गोखले मार्ग में उपरोक्त व्यवस्था बनाये रखने हेतु एक उपनिरीक्षक एवं डेढ़ सेक्शन PAC प्रतिदिन ड्यूटी के लिए नियुक्त किये गये हैं। अतिक्रमण के विरुद्ध उक्त अभियान लगातार जारी रहेगा। पुलिस द्वारा व्यापारियों एवं आम जनता से अपील की है कि अपनी दुकानों का समान अनावश्यक रूप दुकानों के बाहर रखकर अतिक्रमण ना करें एवं अपने वाहन निर्धारित पार्किंग में ही पार्क करें तथा आवगमन को सुचारू बनाने हेतु पुलिस का सहयोग करें।
सिद्धांत उनियाल
संपादक