स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नैनीडांडा निवासी धीरेन्द्र सिंह की 4 वर्षीय पुत्री दिव्यांशी के लिए संजीवनी साबित हुई। आंगनबाड़ी केन्द्र सतखोलू नैनीडांडा में पंजीकृत 4 साल की दिव्यांशी के दिल का सफल ऑपरेशन किया गया, ऑपरेशन के बाद बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। दिव्यांशी की माता सुशमा देवी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र सतखोलू में 5 दिसम्बर 2022 को स्वास्थ्य परिक्षण के दौरान बेटी की बिमारी का पता चला। चिकित्सकों ने बच्चे के दिल में छेद होना बताया। विभाग की टीम से डा0 आशीष उनियाल ने दिव्यांशी के परिजनों को कार्यक्रम के तहत बेटी के निशुल्क उपचार का आश्वासन दिया। विभाग द्वारा बच्ची को देहरादून आने जाने के लिए चार हजार रुपये भी दिये गये। उसके बाद परिजन अपनी बेटी को देहरादून कोरोनेशन चिकित्सालय लेकर गये, जहां चिकित्सकों द्वारा मैडिट्रिना हार्ट चिकित्सालय देहरादून भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम बेटी के ऑपरेशन होने तक लगातार सम्पर्क मे रही। जहां 17 मार्च को दिव्यांशी के दिल का सफल आपरेशन हो चुका है। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम का धन्यवाद दिया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रमेश कुंवर ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास रहता है कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यकम के तहत चिन्हित 30 गम्भीर बिमारी से ग्रसित बच्चों को ससमय चिकित्सा उपचार मिल सके। जिसके लिए जनपद पौड़ी में कार्यक्रम के तहत 15 टीमें कार्यरत हैं जो कि सरकारी विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर 0 से 18 साल तक के पंजीकृत बच्चों का समय-समय पर स्वास्थ्य परिक्षण करती हैं। कहा कि यदि कोई बच्चा जन्मजात या किसी अन्य बिमारी से ग्रसित है तो अभिभावक तुरन्त चिकित्सालय स्टाफ, आशा कार्यकत्री, आंगनबाड़ी व नजदीकी चिकित्सालय से सम्पर्क कर कार्यक्रम के तहत उपचार हेतु सम्पर्क कर सकते हैं।
Deepak Naudial
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