बैकुंठ चतुर्दशी मेला गगवाडस्यूं घाटी का तीसरा दिन प्रसिद्ध लोक गायक गजेंद्र राणा के नाम रहा। मेले में लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर दर्शक जमकर थिरकते नजर आए। वहीं क्षेत्र के डांग गांव निवासी द्वारिका प्रसाद उपाध्याय ने मेला समिति को एक लाख की अनुदान राशि भेंट की। जिसकी मेले में मौजूद दर्शकों व अतिथियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से सराहना की। शनिवार को सिद्धपीठ श्री देवलेश्वर महादेव मंदिर बलोड़ी में आयोजित बैकुंठ चतुर्दशी मेले के तीसरे कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पौड़ी शांति देवी ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति के संवाहक हमारे मेलो को संरक्षित किया जाना आवश्यक है। बैकुंठ चतुर्दशी मेलो गगवाडस्यूं घाटी सनातन संस्कृति व लोक परंपरा का बड़ा द्योतक है। उन्होंने समिति व क्षेत्र के ग्रामीणों को क्षेत्र के विकास में हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसके बाद मेले के मंच पर प्रसिद्ध लोक गायक गजेंद्र राणा ने जै हो नंदो देवी तेरी जै हो की शानदार प्रस्तुति पर दर्शको को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। राणा ने इसके बाद बबली तेरो मोबाइल, पुष्पा छोरी, फुरकी बांद, लीला घस्यारी सहित अनेक गीतों की प्रस्तुति से समा बांध दिया। लोक गायिका वसुधा गौतम ने मेरा मैते की भगवती, तिलगा तेरी लंबी लटी, क्रीम पोडरा गीतो की प्रस्तुतियों पर दर्शकी की वाहवाही बटोरी। लोक गायक अरुण हिमेश ने शिव भजन, बांद पल्या गौ की गीत की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन नागेंद्र जुगराण व जगत किशोर बड़थ्वाल और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का संचालन लोक कलाकार भक्ति शाह ने किया। सिद्धपीठ श्री देवलेश्वर महादेव मंदिर समिति ने जिपं अध्यक्ष के सामने प्रवासी ग्रामीणों के ठहरने के लिए अतिथि गृह बनवाए जाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर उन्होंने सकरात्मक कदम उठाने का आवश्वासन दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष रचना बुटोला, ब्लाक प्रमुख कोट पूर्णिमा नेगी, मंदिर समिति अध्यक्ष केशर सिंह कठैत, संरक्षक बलवंत पटवाल, जसंवत थपलियाल, उमा चरण बड़थ्वाल, धर्माचार्य सुधीर चंद्र बड़थ्वाल, केशवानंद बड़थ्वाल आदि मौजूद रहे।
सिद्धांत उनियाल
संपादक