स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनपद में डायरिया से बचाव व प्रबन्धन के लिए में 1-14 अगस्त तक सघन डायरिया नियत्रण पखवाडा मनाया जायेगा, जिसका उद्देष्य डायरिया के कारण होने वाली षिषु मृत्यु को रोकना है। उन्होंने बताया कि समस्त चिकित्सा ईकाइयों में ओ.आर.एस. व जिंक कार्नर स्थापित किये जायेगें, साथ ही आशा कार्यकत्री द्वारा घर-’घर जाकर जिंक एवं ओ.आर.एस. वितरण के साथ ही डायरिया के प्रति आमजन को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा।
सीएमओ डॉ0 प्रवीण कुमार ने बताया गया कि, डायरिया दूषित पानी और दूषित भोजन करने से हो सकता है, डायरिया होने पर बार-बार उल्टी आना, पानी जैसा लगातार मल होना, भूख में कमी, अधिक प्यास लगना, तेज बुखार आदि लक्षण हो सकते हैं, ऐसी स्थिति में दस्त के बाद बच्चे को ओ.आर.एस. का घोल अवश्य पिलायें, जिंक की गोली 1 चम्मच साफ पीने के पानी या मां के दूध के साथ 02 से 06 माह तक के बच्चों को आधी गोली घोलकर और 07 माह से 05 वर्ष तक बच्चों को जिंक की पूरी गोली दो सप्ताह तक दें, बच्चे के मल का तुरन्त निपटान करें ,खाना पकाने और खाने से पहले हाथ साबुन से अच्छी तरह से धोंये। दस्त के दौरान भी आयु के अनुसार स्तनपान एवं ऊपरी आहार जारी रखना चाहिए एवं 6 माह तक बच्चे को केवल मां का दूध ही पिलायें। इसके साथ ही अधिक जानकारी के लिए निकटतम चिकित्सा इकाई और आशा कार्यकत्री से सम्पर्क किया जा सकता है।
Deepak Naudial
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