थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र के अंतर्गत एक युवक के गंगा नदी में छलांग लगाने वाले प्रकरण में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी की अदालत ने थाना लक्ष्मणझूला के तत्कालीन थानाध्यक्ष व पुलिस चौकी प्रभारी तपोवन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किये हैं। इतना ही नहीं न्यायालय ने पुलिस को विवेचना में अन्य किसी की भी संलिप्तता पाए जाने पर उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। युवक के पिता लक्ष्मण सिंह भंडारी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी की अदालत में पूरे घटनाक्रम को लेकर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर न्यायालय से थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला, होटल प्रबंधक व केदार के दोस्त और चौकी प्रभारी तपोवन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की अपील की थी। इस मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी रवि प्रकाश शुक्ला की अदालत ने फैसला सुनाया। अधिवक्ता महेश बलूनी ने बताया कि न्यायालय ने पूरे प्रकरण में तत्कालीन थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष कुंवर व चौकी प्रभारी तपोवन आशीष चौहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दिये हैं। बताया कि अदालत ने थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला को तत्काल मुकदमा दर्ज किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं न्यायायल ने पुलिस को मामले की विवेचना में अन्य किसी की भी संलिप्तता पाए जाने पर उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस के अनुसार परमार्थ निकेतन के दानपात्र से चोरी करने और एक युवक के बैग से कुछ सिक्के व नोट बरामद होने के बाद टिहरी जिले के मुनि की रेती थाना की पुलिस ने बीते 22 अगस्त 2022 को चुनेर गांव, धौंतरी उत्तरकाशी निवासी केदार सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह को चोरी के मामले में हिरासत में लिया था। मामला थाना लक्ष्मणझूला का होने के चलते मुनी की रेती पुलिस ने युवक को थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंप दिया था। जिस पर थाना लक्ष्मणझूला की पुलिस ने युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में रखा था। पुलिस के अनुसार युवक हिसारत से अचानक भाग गया और गंगा नदी में छलांग लगा दी। तत्कालीन एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान ने मामले की जांच एएसपी पौड़ी शेखर चंद्र सुयाल को सौंपी थी। एएसपी की रिपोर्ट व अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था के निर्देश पर एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान ने बीते 4 अक्तूबर को थाना लक्ष्मणझूला के प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए, उन्हें पुलिस मुख्यालय पौड़ी संबंद्ध किया था।
सिद्धांत उनियाल
संपादक