वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने बुधवार को पुलिस कार्यालय पौड़ी की डी.सी.आर.बी. शाखा, विशेष जाँच प्रकोष्ठ/महिला काउन्सलिंग सैल, डी.सी.सी डायल-112, वाचक शाखा, सी0सी0टी0एन0एस0, अभिसूचना इकाई, एवं रिकार्ड रुम का वार्षिक निरीक्षण* किया गया। सम्बन्धित शाखाओं के अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए पत्रावलियों में पायी गयी कमियों को तत्काल दुरुस्त करने हेतु को निम्न दिशा निर्देश दिए गये-डीसीआरबी शाखा के निरीक्षण के दौरान शाखा के अभिलेखों का अवलोकन करते हुए गुमशुदाओं, अज्ञात शवों का विवरण “Zip Net” एवं बच्चों की गुमशुदगी को “Track The Missing Child” ऑनलाइन पोर्टल में अनिवार्य रूप से ऑनलाइन अद्यावधिक कर देश के अन्य राज्यों एवं जनपदों के गुमशुदाओं से मिलान अवश्य रुप से करने तथा NAFIS सॉफ्टवेयर में गिरफ्तार अभियुक्तों के फिंगर प्रिंट को ऑनलाइन किये जाने के साथ-साथ थानों में नियुक्त दो-दो पुलिस कर्मियों को NAFIS सॉफ्टवेयर के कार्यों का प्रशिक्षण देने एवं हिस्ट्रीशीटर, डोजियर से सम्बन्धित अभिलेखों को भी अद्यावधिक करते हुये ऐसे मफरुर जो काफी समय से फरार चल रहे हैं के विरुद्ध यथा सम्भव ईनाम घोषित करने सम्बन्धी आवश्यक कार्यवाही/पत्राचार करने हेतु प्रभारी डी.सी.आर.बी को निर्देशित किया गया। महिला हेल्प लाइन के निरीक्षण के दौरान जिन मामलों में पीडितों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, उन मामलों में सम्बन्धित विभागों एवं पुलिस मुख्यालय से पत्राचार कर प्राथमिकता के आधार पर पीडितों को समय से आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने हेतु प्रभारी महिला हेल्प लाइन को आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। वर्ष 2022 में पोक्सो एवं बलात्कार से सम्बन्धित 18 अभियोग पंजीकृत हुये जिनका निश्चित समयावधि निस्तारण हो चुका है। इसके अतिरिक्त इस अवधि में महिला सम्बन्धी 145 अभियोग पंजाकृत हुये है। जिनमें से 18 मामले लम्बित चल रहे हैं। साथ ही 254 मामलों में पीडितों की शिकायतों पर काउन्सलिंग की गयी, काउन्सलिंग किये गये 17 प्रकरणों में अभियोग पंजीकृत किये गये एवं 10 लम्बित चल रहे हैं। प्रभारी महिला हेल्प लाइन को लम्बित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण हेतु विवेचकों को व्यक्तिगत रुप से एवं पत्राचार के माध्यम से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया।
सिद्धांत उनियाल
संपादक