स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायलों के त्वरित उपचार में और जिला पूर्ति कार्यालय द्वारा राहत शिविर में लोगों को जलपान कराने में किया गया अनुकरणीय कार्य। NDRF, SDRF, फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, खाद आपूर्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, पेयजल निगम आदि विभागों का बेहतर तालमेल दिख। पौडी के डीएम और एसएसपी में घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का नेत्रत्व किया गया। जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों और वॉलिंटियर्स द्वारा आपदा की इस घड़ी में किए गए सहयोग की भी बहुत प्रशंसा की। सिमडी
(बीरोंखाल) बस हादसे में जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे के नेतृत्व में जिला प्रशासन पौडी और समस्त विभागों द्वारा बेहतर समन्वय से कार्य किया गया जिससे अधिकतर लोगों की में जान बचाई जा सकी। मुख्य चिकित्साधिकारी पौड़ी डॉ प्रवीण कुमार ने इस संबंध में अवगत कराया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर उपस्थित रहकर सराहनीय कार्य किया, जिससे घायलों को तत्काल उपचार देकर उनके प्राणों को बचाया जा सका। उन्होंने बताया कि जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को दुर्घटना के संबंध में जानकारी मिली बीरोंखाल, रिखणीखाल व कोटद्वार से स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके के लिए रवाना हो गई थी। जबकि अल्मोड़ा व नैनीताल से भी एक-एक टीम मौके पर उपस्थित हो गई थी। जिन्होंने घायलों का उपचार घटना स्थल पर ही प्रारंभ कर दिया था जिसमें स्थानीय लोगों ने भी अपना सहयोग दिया। सीएमओ डॉ0 प्रवीण कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30 शवों का पोस्टमार्टम रिखणीखाल में किया गया जबकि 03 शवों का पोस्टमार्टम कोटद्वार में किया गया। जिनमें एक का कोटद्वार ले जाते समय निधन हो गया था जबकि 02 शवों की पहचान रिखणीखाल में न हो पाने की वजह से कोटद्वार में पोस्टमार्टम किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई है कि स्वास्थ्य विभाग समय पर उपस्थित नही हुआ जोकि बिलकुल तथ्यहीन है। जबकि घटना की जानकारी मिलते ही पूरा जिला प्रशासन एक्टिव हो गया था। जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घटना की जानकारी मिलते ही घटना स्थल के लिए रवाना हो गए थे। उपजिलाधिकारी लैंसडौन, उपजिलाधिकारी सदर व श्रीनगर भी घटना को पर उपस्थित हो गये थे। साथ ही उपजिलाधिकारी भिंकियासैंण (अल्मोड़ा) भी उपस्थित होकर राहत कार्यों में जुट गए थे। आपदा परिचालन केन्द्र में मुख्य विकास अधिकारी व अपर जिलाधिकारी लगातार तत्परता से मॉनिटरिंग कर रहे थे। इसके साथ ही जिला पूर्ति अधिकारी के एस कोहली ने बताया कि बीरोखाल के समीप सिमड़ी के पास जब दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी तो राहत बचाव कार्य हेतु रात्रि से ही स्थापित राहत शिविर जनता इंटर कालेज सिमड़ी में प्रभावितों और आपदा राहत में लगे अधिकारियों/कर्मचारियों की भोजन/जलपान इत्यादि की व्यवस्था जिला पूर्ति कार्यालय द्वारा की गई थी। पूर्ति अधिकारी ने बताया कि राहत शिविर में विपरीत परिस्थिति में खाद्य विभाग ने सुबह ही दुर्घटना स्थल पर पहुंचते ही जिलाधिकारी महोदय के द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन करते हुए राहत शिविर में लगभग 900 से 1000 से अधिक व्यक्तियों को भोजन/ जलपान इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। जिस पर सभी सहयोग सहयोग करने वाले व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया गया कि ऐसे विकट समय में उनके द्वारा अपना अमूल्य समय देकर रात दिन कार्य किया गया। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी मौके पर लगातार तैनात रहे तथा राहत और बचाव कार्यों की लगातार निगरानी करते रहे। जिलाधिकारी द्वारा आपदा की इस घड़ी में स्थानीय लोगों द्वारा और वॉलिंटियर्स द्वारा लोगों को लोगों के राहत और बचाव कार्य में किए गए सहयोग का भी बहुत-बहुत आभार व्यक्त व्यक्त करते हुए कहा कि स्थानीय लोगों का सहयोग भी बहुत ही प्रशंसनीय रहा जिससे तेजी से राहत और बचाव कार्य संपादित करने में आसानी हुई।
सिद्धांत उनियाल
संपादक