ऑडिटोरियम में श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा दो दिवसीय प्रज्ञा योग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें 8 से 18 वर्ष के बच्चों ने हिस्सा लिया। आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यों ने बताया कि यह एक ऐसी विद्या है जिससे बच्चों की बुद्धि तीक्ष्ण होती है और उनमें विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं का विकास होता है। मुख्य प्रशिक्षक शलभ अग्रवाल ने बताया कि इस प्रज्ञा योग प्रोगाम से सही और गलत में भेद करने की क्षमता बढ़ती है और आगे चलकर अपने सही कैरियर का चुनाव करने में मदद मिलती है। संयोजक सुनील पंत ने बताया कि जल्द ही इस प्रकार के शिविर वयस्कों के लिए भी आयोजित किए जाएंगे। बताया कि प्रोगाम में बच्चों ने अद्भुत तकनीक सीखी जिसमें बच्चों ने अपनी आंखें बंद करके अलग-अलग पेंटिंग की, रीडिंग करी, रंग पहचाने व खेल खेलें। इस मौके पर सहायक प्रशिक्षक सुदर्शन बिष्ट, ऑफ लिविंग वॉलिंटियर्स कुसुमलता नैथानी, बबीता पंत, ऋतु मियां, आकाश, वासुदेव, ईशांत, दिव्यांश, यशस्वी, आराध्य, तरुण, विभाष, वंशिका, कृपा आकाश, प्रांजल, अभिज्ञान, कीर्तिका आदि शामिल थे
Deepak Naudial
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