हकीकत में बदली नींद न देखें टूटी खाट भूख ना देखें बासी भात वाली कहावत
नींद न देखे टूटी खाट भूख ना देखे बासी भात वाली कहावत उस वक्त उस वक्त हकीकत में बदल गई जबमुंबई हवाई अड्डे से आबूधाबी जाने वाली पैसेंजर फ्लाइट के कार्गो कंपार्टमेंट में यात्रियों का सामान रखने वाले कर्मचारी को सामान रखते हुए ऐसी नींद आयी कि वह जहाज के कार्गो कंपार्टमेंट में ही सो गया। और कार्गो कंपार्टमेंट का गेट बंद कर दिया गया। नियत समय पर फ्लाइट मुंबई से टेकऑफ करते हुए यूएई की राजधानी अबू धाबी लैंड कर गई। कर्मचारी की नींद भी तब खुली जब जहाज मुंबई से उड़ान भर चुका था। लेकिन तब उसके पास कार्गो कंपार्टमेंट में बैठे रहने के अलावा कोई चारा नहीं था।
इडिगो को भी अपने एक कर्मचारी के कम होने का पता तब चला जब उड़ान भरने के बाद इंडिगो के कर्मचारियों की गिनती की जा रही थी। अंततः इंडिगो के अधिकारियों ने लापता कर्मचारी की जानकारी अबू धाबी एयरपोर्ट को दी। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने जब पूरे जहाज की जांच की तो पता चला कि लापता शख्स जहाज के सामान कक्ष में ही अंदर बैठा है। उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया। यूएई की राजधानी में विमान के उतरने पर अबू धाबी के अधिकारियों ने लोडर कर्मचारी की मेडिकल जांच की जिसमें उसकी शारीरिक हालत स्थिर व सामान्य पाई गई। अबू धाबी में अधिकारियों से जरूरी मंजूरी मिलने के बाद उसे उसी विमान से एक यात्री के तौर पर मुंबई वापस भेज दिया गया।