जिले के राठ क्षेत्र में दीपावली का पर्व पारंपरिक तरीके से मनाया गया। राठ क्षेत्र के कई गांवों में दीपावली के मौके ग्रामीण ढोल दमाऊ और मसकबीन की धुन पर भैला नृत्य कर झूमते नजर आए। गढ़वाल क्षेत्र में कई जगह दीपावली मनाने के तौर तरीके देश के अनेक इलाकों से काफी अलग हैं। मान्यता है कि भैला खेलने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। भैला को बड़ी बग्वाल के दिन जिस दिन ओंस अमावस्या होती है। उस दिन खेला जाता है। पुरानी परंपराओं को जीवित रखने का प्रयास करते हुए दीपावली के अवसर पर पौड़ी शहर के जिला चिकित्सालय के निकट लोगों द्वारा भैला बग्वाल का त्योहार बड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दीपावली त्योहार के इस अवसर पर पटाखों की जगह भैला खेल कर इस त्योहार को पारंपरिक और धूमधाम के साथ मनाया गया।
Deepak Naudial
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