– विकास के दावों की पोल खोलती बुजुर्ग ग्रामीणो और महिलाओं की एक अदत मांग । विधायक पर लगाया झूठे आश्वासन देने का आरोप
प्रदेश के हर बड़े और छोटे शहरों में आपको सड़कों के किनारों और चौराहों में लगे चमकदार पोस्टरों और बैनरो मैं वर्तमान सरकार के विकास की दावो की इबारते लिखी दिख जाएंगी। सरकार के चहुमुखी विकास के इन दावों में कितनी सच्चाई है। सरकार से गुहार लगाती इन बुजुर्ग ग्रामीण महिलाओं की आवाज में जो गुस्सा और दर्द है उसको महसूस किया जा सकता है । ग्रामीण किस तरह से नदी के बीच लकड़ी की बलिया लगाकर नदी पार करने को मजबूर हैं
जी हां हम बात कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के विधायक रितु भूषण खंडूरी की विधानसभा यमकेश्वर की जहांं ग्रामीण पिछले 7 दिनों से हनुमंती-जुवा मार्ग पर लंगूरगाड नदी में स्वीकृत पुल निर्माण की मांग को लेकर नदी किनारे धरना दे रहे हैं और कह रहे हैंं पुल नहीं तो वोट नहीं। चुनाव का करेंगे बहिष्कार वही ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य शुरू होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी।
वहीं ग्रामीणों ने कहा की क्षेत्रीय विधायक ऋतु भूषण खंडूड़ी के जल्द पुल निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया था लेकिन आश्वासन के आठ माह बाद भी पुल निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। पुल के अभाव में बरसात में लोगों को जंगल के रास्ते पैदल आवाजाही करनी पड़ती है। जंगली जानवरों के हमले का हमेशा अंदेशा बना रहता है साथ ही काश्तकारों को भी अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों की पुल निर्माण की मांग का समर्थन करते हुए सरकार पर हमला बोला कहा की डबल इंजन की सरकार में कितना विकास किया है इन ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन से पता चलता है।