-नगर पंचायत सतपुली का स्वच्छता अभियान केवल बैनरो और रैलियों तक सीमित सड़ती नालियां खोल रही है स्वच्छता अभियान की पोल
– देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को स्वच्छता का महत्व समझाते हुए जहां स्वच्छ भारत स्वच्छ भारत का नारा देते हैं वही नगर पंचायत सतपुली प्रधानमंत्री मोदी के इस नारे को केवल पोस्टरों और नगर पंचायत की गाड़ियों में लिखने तक ही सीमित नजर आता है इसका पता सतपुली नगर पंचायत की और कूड़े कचरे से भरी हुई और बदबू मारती नालियों में दिख जाएगा इस मामले में जब हमने नगर पंचायत सतपुली के अधिशासी अभियंता से जानना चाहा उनका कहना था कि नगर पंचायत सतपुली के अंदर NH534 जो कार्य हो रहा है उसी वजह से गंदगी का ढेर मचा हुआ है और उसकी जिम्मेदारी नगर पंचायत की नहीं बल्कि एनएच की है तो नगर पंचायत की यह जिम्मेदारी नहीं है तो क्यों नगर पंचायत में एनएच 534 पर नगर पंचायत अध्यक्ष के घर के आगे टाइल क्यो बिछा रखी है ।उसके बाद वहां पर पीडब्ल्यूडी के सड़क पर उन्होंने टाइल्स क्यो बिछाए हुए हैं।
हमारे द्वारा सतपुली के पूर्व ग्राम सभा प्रधान जगदंबा डंगवाल से पूछा गया तो उनका कहना था कि स्वच्छता अभियान के तहत नगर पंचायत सतपुली पूरी तरह से विफल हुई है। नगर पंचायत सतपुली चारो तरफ गंदगी से भरा हुआ है ।उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज ने कहा था कि एन एच 534 पर चार धाम यात्रा चलेगी ।लेकिन इस यात्रा के लिए सतपुली नगर पंचायत ने बड़ा स्वागत पूर्व योगदान दिया है। जिस योगदान के तहत सतपुली के मेन चौराहे पर जो शौचालय है उसको पूरी तरह से खोद दिया गया है जो कि 6 महीने पहले तोड़ दिया गया है लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा जो शौचालय बनाया था उस शौचालय को भी पूर्ण रूप से तोड़ फोड़ दिया गया है तो क्या यही स्वच्छ भारत अभियान आप देख सकते हैं कि सतपुली नगर पंचायत के अंदर जो नगर पंचायत अध्यक्ष हैंअंजना वर्मा जी उनके द्वारा लगातार स्वच्छ भारत अभियान के तहत रैलियां निकाली जाती है व महाविद्यालय समिति के द्वारा भी स्वच्छता पखवाड़ा निकाला जाता है लेकिन आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से नयार नदी के अंदर नगर पंचायत कचरे को डालती है
अब आप कैसे बोल सकते हैं कि भाजपा स्वच्छता अभियान और स्वच्छ भारत बनाना चाहती है। जब भाजपा के ही कुछ जनप्रतिनिधि ही वह इस प्रकार से कार्य करेंगे। तो कैसे भारत स्वच्छ बनेगा