राठ महाविद्यालय पैठाणी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई व कला परिषद की ओर से तंबाकू नियंत्रण पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने तंबाकू को धीमा जहर करार देते हुऐ उसके निदान के लिए समाज में सघन व सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता बताया। इस दौरान एनएसएस स्वयं सेवियों ने तंबाकू नियंत्रण व उन्मूलने को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने का संकल्प लिया। मंगलवार को महाविद्यालय सभागार में आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ प्राचार्य डा. जितेंद्र नेगी ने किया। इस मौके पर डा. नेगी ने कहा कि समाज से तंबाकू जैसी अनेक नशीले पदार्थों से मुक्त बनाया जा सकता है, इसमें एनएसएस स्वयं सेवियों के साथ सभी छात्र-छात्राओं को अहम भूमिका निभानी होगी। डा. राजीव दुबे ने बताया कि तंबाकू सेवन करने वाले के साथ-साथ उसके साथी व परिजनों को भी उतना ही प्रभावित करता है। डा. विरेन्द्र चंद ने उत्तराखंड /पहाड़ में तंबाकू के अत्यधिक सेवन पर चिंता व्यक्त की। डा. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा युवावो में ही वह ताकत है जो पूरे प्रदेश और देश को तंबाकू से लेकर तमाम प्रकार के मादक द्रव्यों से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है । स्वयं सेवी श्वेता व शिवानी ने भी विचार व्यक्त किए। गोष्ठी का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डा. देव कृष्ण थपलियाल ने किया।
सिद्धांत उनियाल
संपादक