नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला कोरोना केस सामने आने के बाद नहीं खेला जा सका। दुनियाभर से कई लोग मैनचेस्टर में होने वाले पांचवे और आखिरी टेस्ट को रद्द करने के लिए इंडियन प्रीमियर लीग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसी को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जवाब दिया है। बीसीसीआई अध्यक्ष ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि भारतीय खिलाड़ियों ने ये मैच खेलने के लिए मना किया था। इसमें आईपीएल का कोई भी रोल नहीं है। वहीं उन्होंने ये भी साफ कर दिया है कि ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट को रद्द माना जाए ना कि स्थगित। गांगुली ने बताया कि खिलाड़ियों ने मैनचेस्टर टेस्ट खेलने के लिए मना किया था लेकिन इसके लिए आप उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं। असिस्टेंट फीजियो योगेश परमार लगातार खिलाड़ियों के क्लोज कॉन्टैक्ट में थे। यहां तक कि उन्होंने ही खिलाड़ियों के कोविड टेस्ट भी किए साथ ही वे उनकी रोजाना की दिनचर्या का एक अहम अंग थे। बीसीसीआई अध्यक्ष ने आगे बताया कि जब मैच के एक दिन पहले योगेश परमार कोरोना संक्रमित पाए गए तब खिलाड़ी बहुत डर गए थे। उन्हें डर था कि कहीं वे भी इस बीमारी की चपेट में ना आ जाएं। वहीं आखिरी टेस्ट मैच रद्द होने के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इसके लिए आईपीएल को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने मैच रद्द होने के अगले दिन ट्वीट करते हुए लिखा भी था कि आईपीएल की टीमें यूएई के लिए उड़ान भर चुकी हैं। जहां 6 दिन का क्वारंटीन होगा और 7वें दिन से टूर्नामेंट दोबारा शुरू होना है। तो कृपया कोई मुझे ये ना बताए कि आईपीएल के सिवा इस मैच को रद्द करने का कोई और कारण है। दूसरी ओर इसे लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के सीईओ टॉम हैरिसन ने कहा था कि मैच को रद्द करने से आईपीएल का कोई लेना-देना नहीं है।
सिद्धांत उनियाल
संपादक