राजस्थान सरकार के बाद छत्तीसगढ़ की सरकार ने बजट सत्र में पुरानी पेंशन बहाल करते हुए कर्मचारी हित में बने रहने का तमगा हासिल कर लिया। मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि इस पुरानी पेंशन बहाली के पीछे विशेषकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा संगठन के नेतृत्व का योगदान है। जिसने अनवरत संघर्ष को बनाये रखा। उन्होंने कहा कि आगामी 13 मार्च को छत्तीसगढ़ में विधान सभा का घेराव होना था, लेकिन सरकार ने कर्मचारियो की एहम मांग को समझते हुए बजट सत्र के पहले दिन ही पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा कर दी। इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री का विशेष आभार है कहा कि शीघ्र उत्तराखंड में भी इस का असर देखने को मिलेगा और आने वाली सरकार अवश्य इस मांग को प्राथमिकता देते हुए पुरानी पेंशन बहाल करेगी। बताया कि यह संयुक्त मोर्चे के संघर्ष का परिणाम है कि जिस जगह भी लड़ाई लड़ी है वहां ईमानदारी से संघर्ष किया है और उसका परिणाम सामने है।
