कोटद्वार एक रुपये को 80 रुपये में बदलने का काम जोरो पर चल रहा है। इस कारोबार की चपेट में कोटद्वार के आमजन चपेट में है इस कारोबार का नाम सट्टा है इस कारोबार को नई ऊंचाई देने का काम बेताल नामक सख्स दे रहा है। इस बेताल को पकड़ने का काम सरकार द्वारा नियुक्त बिक्रम का है परन्तु ये बिक्रम अपने साथियों के साथ बेतालों को पकड़ने जाता है उसी समय बेताल गुलाबी रंग की कहानी सुनाकर बेताल को मोके से उड़नछू कर देते है। अब सूत्रों के अनुसार बिक्रम के उच्च अधिकारियों को में सबूत जानकारी प्रदान कर दी गयी है। अब देखना ये है बिक्रम के शिकंजे से बेताल कितने दिन दूर रहता है।
- नगर में इन दिनों सट्टे का अवैध कारोबार जोर शोर से चल रहा है। एक रुपए को अस्सी रुपया बनाने के चक्कर में खासकर युवा वर्ग अधिक बर्बाद हो रहे हैं। सट्टे के इस खेल को बढ़ावा देने सटोरी ग्राहकों को मुफ्त में स्कीम देखने सट्टे नंबर वाले चार्ट उपलब्ध करा रहे हैं। इसका गुणा भाग कर ग्राहक सट्टे की चपेट में बुरी तरह से फंस कर पैसा इस अवैध कारोबार में गंवा रहा है।
नगर में बाजार के समीप आमपडाव व अन्य कई जगह सट्टा खिलाया जा रहा है और वहां लोगो की भीड़ देखी जा सकती है। खाईवालों के चक्रव्यूह में लोग इस कदर फंस चुके हैं की इससे उबर नहींं पा रहे हैं। नगर में एक दो नही बल्कि कई जगह खाईवाल लंबे समय से सट्टा संचालित कर रहे हैं। पुलिस और खाईवालों की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार नगर सहित आस पास के अंचल में पुरी तरह से चरम पर है। खाईवालों ने भी गांव व नगर में अपना-अपना जोन बंटा हुआ है। एक दूसरे के जोन में कोई दखल नहीं देता है।
इस बारे में जब अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस से पहले भी सट्टे खिलाने वालो पर कार्यवाही की गई है और आगे भी यह कार्यवाही जारी रहेगी।