अपने कर्मचारियों की करतूतों के चलते आये दिन शिक्षा विभाग सुर्खियों में बना रहता है। कभी शिक्षक नदारद तो कभी प्रधानाचार्य ही गायब रहते हैं। ऐसा ही एक प्रकरण जीजीआईसी दुगड्डा का सामने आया है। जहां विद्यालय से प्रधानाचार्य ही अनुपस्थित रही। जिस पर सीईओ ने प्रधानाचार्य के वेतन आहरण पर रोक लगा दी है। साथ ही स्पष्टीकरण भी तलब किया है। मुख्य शिक्षाधिकारी पौड़ी डा. आनंद भारद्वाज ने दुगडडा ब्लाक के राजकीय कन्या इंटर कॉलेज दुगड्डा का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि विद्यालय के औचक के दौरान पता चला कि प्रधानाचार्य अनीता रावत बिना अनुमति के ही अवकाश पर हैं। बताया कि अवकाश के लिए उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों से भी कोई लिखित स्वीकृति नहीं ली है। बताया कि बिना अनुमित के स्कूल छोड़ने का प्रकरण सीधे तौर पर लापरवाई है। सीईओ ने बताया कि प्रधानाचार्य के अवकाश पर जाने को लेकर उन्होंने उपशिक्षा अधिकारी दुगड्डा से भी जानकारी ली। लेकिन उन्होंने भी इस प्रकरण के बारे में अनभिज्ञता जताई। जिस पर सीईओ डा. भारद्वाज ने प्रधानाचार्य अनीता रावत का स्पष्टीकरण तलब किया है। इतना ही नहीं जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाई पाये जाने को लेकर उन्होंने प्रधानाचार्य के वेतन पर रोक लगा दी गई है। कहा कि इस संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने तक वेतन पर रोक यथावत रहेगी।
Deepak Naudial
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