गढ़वाल वन प्रभाग पौड़ी के तहत आने वाले दीवा रेंज से सटे हुए जंगल दो दिन से आग से धधक रहें हैं लेकिन विभाग आग बुझाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। इससे विभाग की कई हेक्टेयर वन भूमि वनाग्नि की चपेट में आ गई है। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों में भी विभाग की उदासीनता के प्रति आक्रोश व्याप्त हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि वनाग्नि को लेकर विभाग कतई गंभीर नहीं हैं। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सिंह, आलम सिंह, बृजमोहन सिंह ने बताया कि इन जंगलों दीवा रेंज में दो दिन से आग लग गई थी और अब वहां बेकाबू हो रही हैं। जंगल रात में भी धधक रहें हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि आग लगने से उनके पशुओं के लिए चारापत्ती की समस्या खड़ी हो गई हैं। विभाग ने यदि समय रहते आग पर बकाबू नहीं पाया गया तो वहां धीरे-धीरे कोलरी, भटवाडु, कमड़ई, चैनपुर, सौलाड़, बाड़ाडांडा की ओर बढ़ जाएगी। वनाग्नि जंगली जानवरों के लिए भी खतरा बनी हुई हैं। आग की चपेट में चीड़, देवदार, बांज, बुराश के हरेभरे पेड़ आ रहें हैं। उधर दीवा रेंज अधिकारी महेन्द्र रावत ने बताया कि आग बुझाने के लिए मौके पर टीम भेज दी हैं।
सिद्धांत उनियाल
संपादक